उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा इन दिनों अपने समर्थन के लिए सभी पार्टियों के नेताओं से समर्थन मांग रही हैं और इसके लिए वे फोन पर भी बात कर रही हैं। इसी कड़ी में उन्होंने एक चौंकाने वाला आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के कुछ नेताओं से बात करने के बाद उनके सभी कॉल डायवर्ट किए जा रहे हैं। वे न तो कॉल कर पा रही हैं और ना ही कॉल रिसीव कर पा रही हैं।
दरअसल, अपने एक ट्वीट में उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने लिखा कि भाजपा के कुछ मित्रों से बात करने के बाद उनके सभी फोन कॉल डायवर्ट किए जाने लगे हैं और अब वह किसी को भी कॉल नहीं कर पा रही हैं। उन्होंने इसके लिए MTNL और BSNL को टैग कर आग्रह किया है कि अगर उनका फोन रीस्टोर कर दिया जाता है तो वह BJP, TMC या BJD के किसी भी सांसद को फोन नहीं करने का वादा करती हैं।
मार्गरेट अल्वा ने तंज कसते हुए दावा किया कि ‘नए’ भारत में पार्टी लाइन के नेताओं के बीच यही बातचीत होती है कोई हमेशा उन्हें देख व सुन रहा है। इस डर के मारें पार्टी नेता व सांसद कई फोन रखते हैं और बार-बार नंबर बदलते हैं। आपस में मिलने पर भी फुसफुसाकर बात करते हैं। उन्होंने कहा, यह डर लोकतंत्र को खत्म करता है।
असल में बताया जा रहा है कि मार्गरेट अल्वा एक साइबर फ्रॉड का शिकार हुई हैं, जिसके बारे में दिल्ली पुलिस ने भी 19 जुलाई को ही ट्विटर पर चेतावनी जारी की थी। अल्वा ने ट्विटर पर टेलीकॉम कंपनी महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड से कहा कि उनके KYC को निलंबित कर दिया गया है और उनका सिम कार्ड 24 घंटों के लिए ब्लॉक रहेगा। उन्होंने कंपनी से पूछा कि क्या आपको मेरे KYC की अब जरूरत है।
बता दें कि 6 अगस्त को देश में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने जा रहे है। जिसमें विपक्ष की ओर से उप राष्ट्रपति पद के लिए यूपीए उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा है। मार्गरेट अल्वा लगातार राजनीति पार्टियों से अपने लिए समर्थन जुटा रही है। जिसके लिए वे हर रोज कई सांसदों (MPs) और मुख्यमंत्रियों (CMs) से मुलाकात कर रही हैं।