महाशिवरात्रि से पहले असम सरकार ने एक विज्ञापन निकाला है जिसमें यह दावा किया गया है कि भारत का छठा ज्योतिर्लिंग असम के कामरूप जिले के डाकिनी पहाड़ी पर स्थित है. असम सरकार के इस दावे की महाराष्ट्र में विपक्षी पार्टियां जमकर आलोचना कर रही हैं. दरअसल माना जाता है कि छठा ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में पुणे के पास भीमाशंकर में स्थित है.
महाराष्ट्र कांग्रेस ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा है कि बीजेपी महाराष्ट्र से भागवान शिव को छीनना चाहती है. वहीं अब इस विवाद में अब एनसीपी भी कूद गई है। शरद पवार को पोते और एनसीपी विधायक रोहित पवार का ने कहा – हजारों वर्षों से छठा ज्योतिर्लिंग हमारे यहां है ये सभी जानते हैं. असम में चुनाव है इसलिए वो हमारे ज्योतिर्लिंग पर दावा कर रहे हैं। हम इसका विरोध करते हैं। असम के सीएम ऐसा दावा कर क्या साबित करना चाहते हैं? किसी और मुद्दे पर सियासत करो। बगावत के बाद एकनाथ शिंदे का बहुत अच्छा ख्याल असम के सीएम ने रखा था।
असम सरकार ने 14 फरवरी को जारी किया विज्ञापन
असम सरकार ने 14 फरवरी को राज्य के अखबारों में एक विज्ञापन जारी किया था। इसमें लिखा गया है- असम के कामरूप जिले में दाकिनी पर्वत पर मौजूद देश के छठे ज्योतिर्लिंग में आपका स्वागत है। विज्ञापन में देश के सभी 12 ज्योतिर्लिंगों का नाम दिया गया है, लेकिन पुणे स्थित भीमाशंकर मंदिर की जगह असम के भीमाशंकर को छठा ज्योतिर्लिंग बताया गया है। इसके अलावा विज्ञापन में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा की तस्वीर भी है।
‘भगवान शिव को भी छीनना चाहती है बीजेपी’
जैसे ही यह विज्ञापन सामने आया महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई. महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने ट्वीट करते हुए असम सरकार को आड़े हाथ ले लिया. सावंत ने ट्वीट में कहा, बीजेपी महाराष्ट्र से भगवान शिव को भी छीनना चाहती है. अब असम की बीजेपी सरकार ने दावा किया है कि भीमाशंकर का ज्योतिर्लिंग असम में स्थित है न कि महाराष्ट्र के पुणे जिले में. हम असम सरकार के इस दावे की कड़ी निंदा करते हैं.
सावंत ने ट्वीट में कहा, बीजेपी महाराष्ट्र से भगवान शिव को भी छीनना चाहती है. अब असम की बीजेपी सरकार ने दावा किया है कि भीमाशंकर का ज्योतिर्लिंग असम में स्थित है न कि महाराष्ट्र के पुणे जिले में. हम असम सरकार के इस दावे की कड़ी निंदा करते हैं.
सुले ने आध्यात्मिक विरासत की चोरी बताया
वहीं, एनसीपी नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने भी ट्वीट करते हुए असम सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है. सुले ने पूछा, क्या बीजेपी के नेता महाराष्ट्र के हिस्से के लिए कुछ भी नहीं रखने की ठान रखी है? पहले महाराष्ट्र के हिस्से के उद्योग और रोजगार की चोरी हुई और अब हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत की चोरी होने वाली है….!
आदित्य ठाकरे भी महाराष्ट्र सरकार पर बरसे
शिवसेना नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. सीएम शिंदे के खेमे के एक बागी विधायक के निर्वाचन क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करने के बाद, आदित्य ने कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र से महत्वपूर्ण परियोजनाओं को छीना जा रहा है, उस पर कई लोगों ने चिंता व्यक्त की है. इसी तरह अब मंदिरों को भी दूसरे राज्यों में ले जाया जा रहा है.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि हम हर राज्य में विभिन्न मंदिरों में जाते हैं. इन पूजा स्थलों में हम सभी का सम्मान और विश्वास है. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भीमाशंकर देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है जो महाराष्ट्र में स्थित है. उन्होंने कहा कि हमें इसका सम्मान करने की आवश्यकता है. हो सकता है कि कोई असम में भी ज्योतिर्लिंग हो और हम इसका सम्मान करते हैं, लेकिन महाराष्ट्र को पीछे धकेलने का लगातार प्रयास स्वीकार्य नहीं है.’