यूक्रेन से जारी युद्ध के चलते रूस पश्चिमी देशों से अलग-थलग पड़ा हुआ है। ऐसे में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव(Russian Foreign Minister Sergei Lavrov) भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता की। इस मौके पर रूस ने साफ कहा कि भारत उससे जो भी सामान खरीदना चाहता है, वो उसकी आपूर्ति करने तैयार है।
भारत से किसी भी सामान की आपूर्ति के लिए तैयार
लावरोव ने कहा कि हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार रहेंगे जो वह हमसे खरीदना चाहता है। हम चर्चा के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने दोहराया कि रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।
यूक्रेन में जंग नहीं विशेष ऑपरेशन
लावरोव ने यूक्रेन संकट पर सफाई भी दी। कहा कि आपने इसे युद्ध कहा जो सच नहीं है। यह एक विशेष ऑपरेशन है। सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य कीव शासन को किसी भी ऐसे निर्माण से वंचित करना है, जो रूस के लिए खतरा है।
यूक्रेन से जंग में भारत की मध्यस्थता से रूस को नहीं कोई आपत्ति
यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि यूक्रेन से जंग में भारत की मध्यस्थता से रूस को कोई आपत्ति नहीं है, क्योंकि यूक्रेन से जंग के शुरुआत से भारत का रुख निष्पक्ष रहा है और भारत अमेरिका के दबाव में कभी नहीं आया. रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने आज भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से मुलाकात के बाद कहा कि यूक्रेन से जंग में रूस को भारत की मध्यस्थता से कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत का इससे पहले मध्यस्थता की पेशकश रूस के सामने नहीं लाई गई थी, क्योंकि अभी तक भारत का रुख पूरी तरह से निष्पक्ष रहा है और वो अमेरिका के दबाव में नहीं आया.
हमें बाधाओं को दूर करने के तरीके खोजने होंगे
यूक्रेन संकट पर नयी दिल्ली के दृष्टिकोण पर रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की विदेश नीति उसकी स्वतंत्र स्थिति से निर्देशित होती है. उन्होंने कहा कि डॉलर से राष्ट्रीय मुद्रा में जाने के प्रयास तेज किए जाएंगे. हमें बाधाओं को दूर करने के तरीके खोजने होंगे. सर्गेई लावरोव ने यह बात तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या द्विपक्षीय व्यापार के लिए रूबल-रुपये प्रणाली पर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक लेन-देन राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग करके और डॉलर-आधारित प्रणाली को दरकिनार करते हुए किया जाएगा.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध (Russia Ukraine War) 1 अपैल को 37वें दिन में प्रवेश कर गया है। इसकी शुरुआत 24 फरवरी से हुई थी। इस मौके पर भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा-कई क्षेत्रों में हमारे द्विपक्षीय संबंध लगातार बढ़ रहे हैं। हमारी बैठक महामारी के अलावा एक कठिन अंतरराष्ट्रीय वातावरण में हुई है। भारत हमेशा कूटनीति के जरिए विवादों को सुलझाने के पक्ष में रहा है।