युद्धग्रस्त देश यूक्रेन (Ukraine) में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत न सिर्फ भारतीयों को देश वापस लाया जा रहा है, बल्कि अन्य नागरिकों को भी उनके संबंधित देशों तक पहुंचाया जा रहा है. भारत ने ऑपरेशन गंगा के तहत 9 बांग्लादेशी नागरिकों को भी रेस्क्यू किया है.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने बुधवार को अपने देश के नौ नागरिकों को युद्धग्रस्त यूक्रेन से निकालने के लिए अपने भारतीय समकक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को धन्यवाद दिया.
भारत ने पाकिस्तान, नेपाल और ट्यूनीशिया सहित कई देशों के नागरिकों को यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत बचाया है. इससे पहले, रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की एक छात्रा ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वो भारत सरकार को संघर्षग्रस्त राष्ट्र से निकालने के लिए धन्यवाद देती हुईं नजर आ रही थीं.
पाकिस्तान की छात्रा अस्मा शफीक (Asma Shafique) रेस्क्यू किए जाने के बाद कीव में भारतीय दूतावास (Indian Embassy) और प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) का आभार जताया. उन्होंने कहा, ‘मैं कीव के भारतीय दूतावास और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं. मैं बहुत ही कठिन परिस्थिति में फंस गई थी. उन्होंने मेरी मदद की. भारतीय दूतावास के सपोर्ट से मैं सकुशल अपने घर पहुंच जाऊंगी.’
रिपोर्ट्स के मुताबिक नेपाल के महोत्तरी जिल के रोशन झा को भी भारतीय अधिकारियों ने सुरक्षित निकाला था. रोशन ने इसके लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया था. बाद में काठमांडू स्थित भारतीय एंबेसी ने सूचित किया था कि भारत सरकार पोलैंड के रास्ते सात और नेपाली नागरिकों को निकाल रही है.
बता दें कि रूस द्वारा हमला करने के बाद ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन के तमाम शहरों में फंसे नेपाल, ट्यूनीशिया और पाकिस्तान के छात्रों को भी बचाया गया है. बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज (बुधवार) 14वां दिन है. बता दें कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद, दो हफ्ते से भी कम समय में करीब 20 लाख लोगों ने पूर्वी यूरोपीय देश छोड़ दिया है.
दुनिया के कई देश यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों की मदद करने में असमर्थता व्यक्त कर दी है. हालांकि, युद्धग्रस्त यूक्रेन में भारतीय छात्रों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ के लिए भारत की जमकर प्रशंसा की जा रही है. दरअसल, भारत ने न केवल अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की है बल्कि अपने पड़ोसियों की भी मदद कर रहा है.
17,100 से अधिक नागरिकों को वापस लाने में कामयाब रहा भारत
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के सूमी शहर से भारतीय छात्रों को निकालना शुरू कर दिया गया है और छात्र बसों में सवार हो कर पोलतावा शहर के लिए रवाना हो गए हैं. पुरी ने पत्रकारों से कहा कि मैंने नियंत्रण कक्ष में बात की है, बीती रात तक सूमी में 694 भारतीय छात्र थे. वे सभी आज बसों से पोलतावा के लिए रवाना हो गए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी और सूमी से भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के तरीकों पर चर्चा की थी, जो पूर्वी यूरोपीय देश पर रूस के हमले के बाद वहां फंस गए हैं. भारत, अब तक युद्धग्रस्त यूक्रेन से अपने 17,100 से अधिक नागरिकों को वापस स्वेदश लाने में कामयाब रहा है.