नेशनल हेराल्ड केस में ईडी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछताछ की है. सुबह उनसे ईडी ने 3 घंटे तक पूछताछ की. यहां उन्होंने शपथ लेने के बाद ईडी के सवालों का सामना शुरू किया. करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद राहुल गांधी ईडी के कार्यालय से बाहर निकले. हालांकि ये राहुल गांधी को सवालों के बीच लंच ब्रेक दिया गया था. इसके बाद दोबारा राहुल गांधी ईडी के दफ्तर पहुंच गए। यहां दोबारा राहुल गांधी ईडी के सवालों का सामाना करेंगे.
राहुल गांधी की पेशी से पहले सुबह से ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मुख्यालय के बाहर एकत्र होकर जमकर शक्ति प्रदर्शन किया. हालांकि, प्रशासन की ओर से उन्हें इसके लिए सुबह तक अनुमति नहीं दी गई थी. उधर, दिल्ली पुलिस ने सुबह से ही कांग्रेस मुख्यालय और राहुल गांधी के आवास पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी और ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी के ईडी कार्यालय जाते वक्त राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और राहुल गांधी के प्रति अपना समर्थन जताया. राहुल गांधी ईडी कार्यालय तक जाने के लिए कांग्रेस मुख्यालय से थोड़ी दूर तक पैदल चले. पुलिस ने इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोक दिया. सुबह करीब 11 बजे राहुल गांधी का काफिला ईडी कार्यालय पहुंचा.
इससे पहले, पार्टी के प्रस्तावित मार्च के मद्देनजर पुलिस ने कांग्रेस के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और कांग्रेस मुख्यालय के आसपास धारा 144 लगा दी. मुख्य विपक्षी दल के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ईडी को भाजपा का ‘इलेक्शन मैनेजमेंट डिमार्टमेंट’ करार दिया और आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार ने कांग्रेस के ‘सत्याग्रह’ को रोकने के लिए नई दिल्ली के इलाके में अघोषित आपातकाल लगा दिया है.
राहुल गांधी की पेशी को देखते हुए कांग्रेस ने देश भर में ईडी कार्यालयों के बाहर ‘सत्याग्रह’ का फैसला किया था और दिल्ली में भी बड़े पैमाने पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रखी थी. ईडी की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे जिन नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया, उनमें रजनी पाटिल, अखिलेश प्रसाद सिंह, एल हनुमंतैया, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, दीपेंद्र हुड्डा, अशोक गहलोत आदि शामिल हैं. इनमें अधीर रंजन चौधरी और केसी वेणुगोपाल को तुगलक रोड थाने ले जाया गया, जबकि दीपेंद्र एस हुड्डा और अशोक गहलोत को फतेहपुर थाने ले जाया गया.