पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर विवादों में आई भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा को कोलकाता पुलिस ने नोटिस जारी किया है. उन्हें बयान दर्ज करने के लिए 20 जून को शहर के नारकेलडांगा पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए बुलाया गया है.
यह नोटिस दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 41 के तहत जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि कोई भी पुलिस अधिकारी, मजिस्ट्रेट के आदेश के बिना और वारंट के बिना किसी भी संज्ञेय अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकता है, जिनके खिलाफ शिकायत की गई है. कोलकाता पुलिस ने एक बयान में कहा, “नूपुर शर्मा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153ए, 295ए, 298 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है.”
बता दें कि यह नोटिस पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद भारत के कुछ हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद आया है. गौरतलब है कि बीजेपी की निष्कासित प्रवक्ता के खिलाफ पूर्वी मेदनीपुर में रविवार को एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
दूसरी तरफ महाराष्ट्र के मुंबई से सटे ठाणे जिले की भिवंडी शहर पुलिस ने भी पूछताछ के लिए समन जारी किया था. पुलिस के समक्ष नूपुर शर्मा को 13 जून को पेश होने को कहा गया था. जिसके लिए नूपुर शर्मा ने समय मांगा.
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शर्मा को समय दे दिया गया है और वह सोमवार यानी की आज भिवंडी पुलिस के समक्ष पेश नहीं होंगी. उन्होंने बताया कि रजा अकादमी के एक प्रतिनिधि द्वारा 30 मई को दर्ज कराई गई शिकायत के बाद भिवंडी पुलिस ने नुपुर शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
बता दें कि नूपुर शर्मा के बयान को लेकर पिछले तीन दिनों से पश्चिम बंगाल के हावड़ा के उलबेड़िया और पांचला, नदिया, मुर्शिदाबाद और उत्तर 24 परगना में पथराव और हिंसा भड़क उठी थी. इसे लेकर बंगाल का माहौल काफी गर्मा गया है, दरअसल बंगाल के विभिन्न जिलों में नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी से गुस्साए प्रदर्शनकारी गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आंदोलनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी और हिंसा भड़काने के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है. पार्टी सांसद सुकांत मजूमदार समेत राज्य के कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने तनावपूर्ण इलाकों में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती की मांग की है.