कर्नाटक के शिमोगा में रविवार को बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है. बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष हत्याकांड मामले में पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.
शिवमोगा के एसपी लक्ष्मी प्रसाद ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान आसिफ, सैयद नदीम, रेहान शरीफ, निहान, अब्दुल अफनान और काशिफ के रूप में हुई है.
इससे पहले, शिवमोगा एसपी लक्ष्मी प्रसाद ने बताया था कि हत्या के आरोप में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं 12 अन्य लोगों से अभी पूछताछ जारी है. उन्होंने बताया कि इस हत्या में शामिल जिन 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, उनकी उम्र 20 से 22 की है.
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, कल तक पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
बता दें कि 20 फरवरी को हर्षा की हत्या कर दी गई थी. हर्षा की हत्या के बाद उनके पिता ने आरोप लगाया था कि कुछ बदमाशों ने उनकी हत्या सिर्फ इसलिए की थी, क्योंकि वह बजरंग दल का कार्यकर्ता है.
हत्या के बाद हुए थे प्रदर्शन
हर्षा की मौत के बाद शिवमोगा सहित पूरे कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन हुए थे. कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव, हथियारों का इस्तेमाल किया और यहां तक कि वाहनों में आग भी लगा दी थी. स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहरा लेना पड़ा था.
स्कूल और कॉलेज में छुट्टी का ऐलान
घटना के बाद तनावग्रस्त माहौल को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी का ऐलान कर दिया. इसके अलावा यहां धारा 144 लागू भी कर दी गई है. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी शिवमोगा में कर्फ्यू को बढ़ा दिया गया है. अब यहां केवल सुबह 6 बजे से 9 बजे तक ही आवाजाही रहेगी. वहीं, धारा 144 को भी दो दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. शिवमोगा के उपायुक्त डॉ. सेल्वामणि आर ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
अधिकारी ने कहा कि (हत्या के बाद से) शहर में हिंसा और आगजनी की 14 अलग-अलग वारदात हुई जिस पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इस घटनाक्रम के बाद पुलिस अधिकारी कहा था कि तीन मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस उनकी तलाश कर रही है जिन्होंने आगजनी और हिंसा में अपने वाहन और संपत्ति गंवाई है.