पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बीजेपी को एक और करार झटका लगा है. राज्य की कालियागंज से विधायक सौमेन रॉय (Soumen Roy) ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) का दामन थाम लिया है. शनिवार को कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में सौमेन रॉय ने पार्टी की सदस्यता ली. सौमेन रॉय पहले भी टीएमसी में ही थे और चुनाव से पहले बीजेपी (BJP) में शामिल हो गए थे.
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद सौमेन रॉय ने कहा, कुछ परिस्थितियों के कारण मुझे कालियागंज से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना पड़ा. लेकिन मेरी आत्मा और दिल टीएमसी के हैं. मैं सीएम ममता बनर्जी के प्रयासों का समर्थन करने के लिए फिर से पार्टी में शामिल हुआ. मैं उस समय के लिए पार्टी के लिए क्षमा चाहता हूं जब मैं यहां नहीं था.
इससे 6 दिन पहले बिष्णुपुर से विधायक तन्मय घोष (Tanmoy Ghosh) भी बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल हो गए थे. उस वक्त उन्होंने कहा था कि BJP प्रतिशोध की राजनीति में लिप्त है. बीजेपी का मकसद पश्चिम बंगाल के लोगों के बीच अराजकता फैलाने का है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए. उन्होंने कहा, ‘मैं सभी से पश्चिम बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह करता हूं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है.’
एक सप्ताह के भीतर बीजेपी के दो विधायकों ने टीएमसी जॉइन कर ली है. सौमेन रॉय के टीएमसी में शामिल होने के बाद विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या घटकर 71 रह गई है. पिछले चार सप्ताह में भगवा दल के चार विधायक टीएमसी में शामिल हो चुके हैं. हाल ही में हुए विधान सभा चुनावों में बीजेपी को 77 सीटें मिली थीं. लेकिन जॉन बारला (John Barla) और निशीथ प्रमाणिक (Nishith Pramanik) ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद, चार मौजूदा विधायक बीजेपी छोड़ टीएमसी में शामिल हो गए. इसमें मुकुल रॉय (Mukul Roy), तन्मय घोष (Tanmoy Ghosh), बिस्वजीत दास (Biswajit Das) और सौमेन रॉय (Soumen Roy) का नाम शामिल है. या