मुंबई-वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले सात माह से बंद मोनो रेल रविवार को ट्रैक पर दौड़ने लगी। चेंबूर और संत गाडगे महाराज चौक स्टेशन के बीच मोनो रेल सेवा सरकार द्वारा जारी की गयी गाइडलाइन के साथ शुरू हुई। लेकिन मोनों को लेकर यात्रियों में कोई खास उत्साह देखने को नहीं मिला जिसके चलते ज्यादातर स्टेशनों पर शांति का माहौल रहा. कोच के साथ स्टेशनों को सैनिटाइज करने के बाद प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग से यात्रियों का तापमान चेक किया गया तब उन्हें परिसर में प्रवेश करने दिया गया.
मोनों ने सैनिटाइजेशन और तापमान जांच के लिए बड़ी संख्या में कर्मियों को तैनात किया गया। हालांकि यात्रियों के कम प्रतिसाद के कारण सुबह स्टेशनों और ट्रेनों में खामोशी थी। कुछ यात्रियों ने पहले दिन मोनो सेवा का इसलिए उपयोग किया क्योंकि उन्हें उपनगरीय ट्रेनों में यात्रा की अनुमति नहीं है. कुछ लोग तो सिर्फ भ्रमण के उद्देश्य से मोनो को चुना।एंटॉप हिल से काम के लिए बस से दादर और फिर टैक्सी से लोअर परेल तक रोज़ाना यात्रा करने वाले यात्रियों ने इसलिए मोनों से यात्रा की क्योंकि उन्हें इसके लिए सौ डेढ़ सौ के बदले सिर्फ 40 रूपये ही खर्च करना पड़ा. मोनो की महिला यात्री प्रीति सिंह ने बताया कि मोनो शुरू होने से वह अब चेंबूर से लोअर परेल 40 रुपये में पहुंच सकती है. कोरोना से पहले मोनो में एक बार में 582 यात्री यात्रा कर सकते थे, लेकिन अब केवल 120 यात्रियों को ही अनुमति दी गयी है। कोरोना काल से पूर्व मोनो पर एक दिन में लगभग 12,000 यात्री सफर करते थे.
एक नजर में मोनो में यात्रा
मास्क और तापमान की जांच के बाद ही प्रवेश, प्लास्टिक टोकन बंद, पेपर टिकट का उपयोग, टचलेस क्यूआर कोड टिकटिंग सिस्टम बुधवार से उपलब्ध, 48 यात्रियों को बैठने की अनुमति, 72 यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति, चेंबूर और संत गाडगे महाराज चौक स्टेशन पर तीन मिनट का ठहराव। मोनो सेवा सुबह 7.03 बजे से 11.24 बजे तक और शाम 4.03 बजे से रात 9.24 बजे तक उपलब्ध रहेगी।