नुपुर शर्मा मामले को लेकर महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हुई उमेश कोल्हे की हत्या के आरोपी शाहरुख पठान पर जेल के अंदर मौजूद अन्य कैदियों ने हमला कर दिया. आरोपित शाहरुख के ऊपर एक ही बैरक के 5 कैदियों ने हमला किया. इसके बाद आरोपित कैदियों के खिलाफ मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है. घटना के बाद इन सभी आरोपितों को अलग-अलग बैरक में शिफ्ट कर दिया गया है. शाहरुख अभी मुंबई के आर्थर रोड जेल में बंद है.
घटना 23 जुलाई की है. बताया जा रहा है कि देश की सबसे संवेदनशील आर्थर रोड जेल में ही आरोपी शाहरुख पठान और अन्य कैदी एक दूसरे से बात कर रहे थे. उस वक्त सब कैदी अपनी गिरफ्तारी की वजह बता रहे थे. तभी पठान ने बताया कि नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने वाले उमेश कोल्हे को हत्या के सिलसिले में उसे गिरफ्तार किया गया है. जिसे सुनते ही कुछ कैदी भड़क गए और शाहरुख की पिटाई कर दी.
आरोप है कि उमेश कोल्हे की हत्या के आरोपी शाहरुख पठान पर कल्पेश पटेल, हेमंत मनेरिया, अरविंद यादव, श्रवण चव्हाण उर्फ आवन और संदीप जाधव ने हमला किया.
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मारपीट मुंबई सेंट्रल जेल (आर्थर रोड) में बैरक नंबर 2, सर्कल नंबर 11 में हुई. इसकी जानकारी मिलते ही जेल के सुरक्षा गार्डों ने तुरंत पठान को अन्य आरोपियों से बचाया. पठान के हाथ और गर्दन में मामूली चोट आई थी. जिसके बाद उसका इलाज करा कर उसे वापस आर्थर रोड जेल भेज दिया गया है.
वहीं मुंबई के NM जोशी मार्ग पुलिस ने धारा 323 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि, ‘उमेश कोल्हे हत्याकांड के एक आरोपी शाहरुख पठान पर आर्थर रोड जेल में कुछ कैदियों ने हमला किया था. इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.’
गौरतलब हो कि 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में दवा व्यापारी उमेश कोल्हे की चाकू से बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. दरअसल उमेश ने बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था. जिसके बाद ही 21 जून की रात उनकी हत्या कर दी गई थी. उनक हत्या के आरोप में पुलिस ने सात आरोपियों शेख इरफान, मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफिक, शोएब खान, अतिब रशीद और यूसुफ खान बहादुर को गिरफ्तार किया था. ये सभी न्यायिक हिरासत में आर्थर रोड जेल में बंद है. इरफान इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी है. उदयपुर में हुई हत्या की घटना से समानता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस हत्याकांड की जांच एनआईए को सौंप दिया.