शिवसेना को मनपा में नही चाहिए ‘ई निविदा’ प्रक्रिया
स्थाई समिति अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
पुरानी सीडब्लूसी प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की मांग
मुंबई। एक ठेकेदार को फोन पर ई वार्ड में काम न करने देने की धमकी का ऑडियो बाहर आने के बाद मनपा स्थाई समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव बैकफुट पर आ गए हैं। मनपा में मामला गरमाने के बाद अब उन्हें सफाई पर सफाई देनी पड़ रही है। गौरतलब हो कि मनपा में जारी भ्रष्टाचार रोकने के लिए चार साल पहले फड़नवीस सरकार द्वारा मनपा के कामों को ठेका देने के लिए ई निविदा प्रक्रिया की शुरुआत की गई थी जिसके चलते ठेका प्रक्रिया में काफी हद तक पारदर्शिता देखने को मिल रही थी।
लेकिन अब स्थाई समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने शुरू की गई ई निविदा प्रणाली को रद्द करने की मांग मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर की है। शिवसेना को ई निविदा प्रक्रिया रद्द करने की मांग की तब याद आई जब एक ठेकेदार ने स्थाई समिति अध्यक्ष पर ई वार्ड में मिले ठेके को काम न करने की धमकी देने का ऑडियो क्लिप बाहर आ गई। जबसे मनपा में वार्ड स्तर तक के काम में भ्रष्टाचार रोकने के लिए ई निविदा प्रकिया कर ही ठेकेदार को ठेका दिए जाने लगा तब से सत्ताधारी को अपने लोगों को काम देने में अड़चन आने लगी।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले मनपा में वार्ड स्तर का ठेका सीडब्लूसी पद्धति से दिया जाता था। इस पद्धति के तहत एक ठेकेदार को ही सब काम बिना किसी निविदा निकाले दिया जाता था। निविदा प्रक्रिया से ठेका नहीं दिए जाने पर साल के आखिरी में बोगस बिल लगाकर पैसे निकालने के आरोप मनपा की सत्ताधारी शिवसेना पर लगते रहे हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने मनपा में गड़बड़ी रोकने के लिए वार्ड स्तर तक के 3 लाख से अधिक के कार्य को पूरा करने के लिए ई निविदा प्रक्रिया से काम देने का निर्णय लिया गया था। मनपा में पिछले चार साल से इस प्रक्रिया से काम का ठेका दिया जा रहा है।
मनपा स्थाई समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव ने मंगलवार को ठेकेदार को काम का ठेका मिलने के बाद उसे काम न करने की धमकी दी। अब मामला इतना गर्म हो गया है कि यशवंत जाधव को सफाई देते नही बन रहा है।
भाजपा ने मांगा यशवंत जाधव से इस्तीफा
मनपा में भाजपा नेता प्रभाकर शिंदे ने स्थाई समिति अध्यक्ष को इस्तीफा देने की मांग की है। शिंदे ने कहा कि मनपा में किस तरह भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है उसका यह एक जीता जागता सबूत है। किसी ठेकेदार को काम न करने की धमकी देने और ई निविदा प्रक्रिया में दिए गए ठेके में ठेकेदार को धमकी देने कितना उचित है. शिंदे ने स्थाई समिति अध्यक्ष पर लगे आरोप की तत्काल जांच करने की मांग करते हुए, जांच प्रक्रिया पूरी होने तक यशवंत जाधव से स्थाई समिति अध्यक्ष पद का इस्तीफा लेने की मांग की है।
जाधव के खिलाफ पुलिस में धमकी देने का मामला
यश कार्पोरेशन कंपनी के मालिक रमेश सोलंकी ने यशवंत जाधव के खिलाफ मुंबई पुलिस आयुक्त के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई है। सोलंकी ने मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि हमारे कंपनी के सहयोगी सूरज प्रताप सिंह देवड़ा, गोवर्धन सिंह और वैभव गांगण को धमकी दी है कि उनके विभाग में मनपा द्वारा दिए गए ठेके का काम न करे और मनपा को ठेका वापस लौटा दे, इसको लेकर धमकी दी है। सोलंकी ने पुलिस आयुक्त सहित मनपा आयुक्त के साथ अतिरिक्त आयुक्त, उपायुक्त सहित सहायक आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि उपरोक्त तीनों ही सहयोगियों को यदि किसी प्रकार का जीवन हानि या अन्य कोई नुकसान हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेदारी यशवंत जाधव की होगी।