गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले के मामले में एटीएस हमलावर मुर्तजा के मददगारों की तलाश में जुटी हुई है। एटीएस की टीमें कई शहरों में छापेमारी कर रही हैं। इसी क्रम में एटीएस ने देवबंद से दो लोगों को हिरासत में लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, मुर्तजा कुछ महीने पहले देवबंद मुर्तजा गया था। देवबंद के अलावा सहारनपुर, कानपुर, लखनऊ और अन्य शहरों से भी कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी को एटीएस ने रिमांड पर लेकर मुख्यालय लाया गया है। उसके पास से जो कुछ भी जब्त किया गया है उसकी जांच की जा रही है.
जांच एजेंसियों को मुर्तजा की चार बैंक डिटेल भी हाथ लगी है। माना जा रहा है कि इन्हीं अकाउंट्स से रुपए ट्रांसफर किए गए हैं। एटीएस मुर्तजा को स्लीपर सेल का एक हिस्सा मान रही है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, मुर्तजा से शुरुआती पूछताछ और उसके लैपटॉप, मोबाइल के डेटा से मिली जानकारी के मुताबिक सोशल मीडिया पर वह अकसर कट्टरपंथी विचारों वाले वीडियो देखता था।
मुर्तजा को लखनऊ लाया गया है। लखनऊ आने से पहले मुर्तजा का मेडिकल टेस्ट हुआ था। उसके लैपटॉप और मोबाइल को भी आगे की जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) भेज दिया गया है।
बता दें, जांच में ये बात भी सामने आई है कि मुर्तजा अब्बासी ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन आईएसआईएस के बैंक खाते में लाखों रुपये भेजे हैं। एटीएस मुर्तजा को ढूंढते हुए सिविल लाइंस स्थित आवास पर भी गई थी, लेकिन वह नहीं मिला। मुर्तजा को यह पता चल गया था कि एटीएस ने गिरफ्तारी का जाल बिछा दिया है, इसीलिए वह घर से लापता हो गया, फिर आनन-फानन घटना को अंजाम देने पहुंच गया।