उत्तराखंड में पेपर लीक (Uttrakhand Paper Leak) और नकल (Cheating) की बढ़ती घटनाओं के बीच प्रदेश सरकार ने सख्त नकल विरोधी कानून (Anti cheating law) को लागू कर दिया गया है. उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने राज्य सरकार द्वारा भेजे गए ‘नकल विरोधी कानून’ पर सहमति दे दी है. यह राज्य में होने वाली प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा में लागू होगा.
इस कानून के तहत अगर कोई प्रिटिंग प्रेस, कोचिंग इंस्टीट्यूट या मैनेजमेंट सिस्टम नकल कराने पर दोषी पाया जाता है, तो उसे उम्र कैद की सजा हो सकती है। साथ उसे 10 करोड़ रुपए जुर्माना भी भरना पड़ेगा। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति संगठित रूप से परीक्षा कराने वाली संस्था के साथ मिलकर षडयंत्र करता है ,तो उसके लिए भी सजा का प्रावधान किया गया है।
बता दें कि राज्य में प्रतियोगी परीक्षाओं पर नकेल लगाने के लिए सरकार सख्त कानून बना रही है। इसी के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक अध्यादेश को मंजूरी देने के बाद राज्यपाल के पास भेजा था। राज्यपाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए 24 घंटे के भीतर इस कानून को हरी झंडी दे दी।
प्रतियोगी परीक्षा अध्यादेश 2023 के लागू होने के बाद छात्र अगर नकल करते या कराते पकड़ा गया तो उसे 3 साल कारावास और 5 लाख तक जुर्माना देना पड़ सकता है। वह छात्र दोबारा पकड़ा गया तो उसे कम से कम 10 साल की सज़ा और 10 लाख तक के जुर्माना देना पड़ सकता है। इसके अलावा परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों के इस्तेमाल करते पाए जाने पर अर्जित संपत्ति की कुर्की की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, प्रदेश में अब जितनी भी भर्ती परीक्षाएं होंगी, उन सभी में नया नकल विरोधी कानून लागू होगा। इस कानून में जुर्माने और सजा का बहुत कठोर प्रावधान किया गया है। सबसे सख्त कानून जो हो सकता है, वो हमने बनाने का काम किया है। इस कानून के तहत आजीवन कारावास तक की सजा के अलावा दस करोड़ रुपए तक के जुर्माने के प्रावधान किए गए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अध्यादेश को मंजूरी देने के लिए राज्यपाल का आभार जताया। धामी ने ट्वीट किया- हमारी सरकार की तरफ से भेजे गए देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून के अध्यादेश को माननीय राज्यपाल ने स्वीकृति दे दी है। अब प्रदेश में होने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षा में नकल विरोधी कानून लागू होगा। युवाओं के हितों को ध्यान में रखते हुए हम नकल माफिया को जड़ से उखाड़ने हेतु पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं।