कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु स्थित श्री चैतन्य एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में 60 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इन कोरोना पॉजिटिव छात्रों में से एक छात्र को तेज बुखार था, जिसका लेडी कर्जन और बॉरिंग अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि एक अन्य को होम क्वारंटाइन में रखा गया है.
हालांकि, कोरोना के इस विस्फोट के बाद स्कूल को बंद कर दिया गया है. श्री चैतन्य गर्ल्स रेसिडेंशियल स्कूल के बाकी बचे छात्राओं को स्कूल परिसर में ही एक आइसोलेशन सुविधा में क्वारंटाइन किया गया है. ये सभी असिंप्टोमेटिक हैं.
नगर निकाय के अधिकारियों ने कहा कि एक निजी स्वास्थ्य सुविधा के कर्मचारी उनकी देखभाल कर रहे हैं. स्कूल अब बंद कर दिया गया है और 20 अक्टूबर या उसके बाद फिर से खुल सकता है.
दरअसल, स्कूल ने 5 सितंबर को सीनियर स्टूडेंट्स के लिए क्लास को फिजिकली शुरू किया था. 22 शिक्षकों समेत 57 पूरी तरह से वैक्सीन ले चुके कर्मचारियों और 480 छात्रों के साथ स्कूल दोबारा खुला था, मगर 26 सितंबर को बेल्लारी से आई एक छात्रा में बुखार, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण विकसित होने लगे, जिसके बाद उसे कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया.
बेंगलुरु शहरी उपायुक्त जे मंजूनाथ ने कहा ‘श्री चैतन्य शिक्षण संस्थान रविवार की शाम एक छात्र ने उल्टी और दस्त की शिकायत की. हम तुरंत हरकत में आए. 480 छात्र थे, सभी की जांच की गई. इसमें 60 बच्चे संक्रमित पाए गए हैं.’ मंजूनाथ ने कहा- ‘यह एक बोर्डिंग स्कूल है. पिछले एक महीने से स्टूडेंट वहां थे और जब वे आए तो उनमें कोई लक्षण नहीं थे. पॉजिटिव पाए गए 60 छात्रों में से केवल 2 में ही लक्षण हैं. हमारी टीम ने सभी की सैंपलिंग की है.’
मंजूनाथ ने कहा कि हम 7वें दिन फिर से सैंपलिंग करेंगे. स्कूल को 20 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है. चिंता का कोई कारण नहीं है. पॉजिटिव पाए जाने वाले 60 छात्रों में से 14 तमिलनाडु के हैं और बाकी राज्य के विभिन्न हिस्सों से हैं.