कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच डॉक्टर्स और नर्सों की लापरवाही सामने आती रही हैं. ताजा मामला महाराष्ट्र में ठाणे इलाके का हैं. यहां मंगलवार को वैक्सीनेशन ड्राइव के दौरान एक व्यक्ति को नर्स ने एंटी रैबीज (कुत्ते के काटने पर लगने वाला इंजेक्शन) का इंजेक्शन लगा दिया. हालांकि, इसकी जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर आरोपी नर्स और इस ड्राइव के इंचार्ज डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है.
Maharashtra | A doctor and a nurse suspended for administering ‘anti-rabies’ dose, instead of COVID vaccine, at a health care centre in Kalwa area of Thane: Sandeep Malvi, Additional Commissioner, Thane Municipal Corporation
ठाणे इलाके के कलवा (Kalwa) में सरकारी अस्पताल में वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा था. एक महिला वैक्सीन लेने पहुंची तो उसे एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगा दिया गया. कोरोना वैक्सीन की जगह रैबीज का इंजेक्शन लगाने वाली नर्स और डॉक्टर्स को निलंबित कर दिया गया हैं. साथ ही घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. फिलहाल पीड़ित महिला के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है.
ठाणे नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर संदीप मालवी ने बताया कि हेल्थ सेंटर पर राजकुमार यादव कोवीशील्ड वैक्सीन की डोज लेने आए थे, लेकिन गलती से जाकर उस कतार में लग गए जहां एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया जाता है. वहीं, हेल्थ सेंटर की नर्स कीर्ति पोपरे ने राजकुमार यादव के केस पेपर को देखे बिना ही इंजेक्शन लगा दिया. संदीप ने आगे कहा कि टीका लगाने से पहले मरीज के केस पेपर की जांच करना नर्स का फर्ज था. संदीप माल्वी ने कहा कि पीड़ित महिला की हालत एकदम ठीक है. उसके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है.
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आया है. करीब दो महीने पहले कोरोना वैक्सीन लगवाने गई महिला को एक ही दिन में 3 डोज लगाने का मामला सामने आया था. इस मामले को लेकर अब राजनीति तेज हो रही है. वैक्सीनेशन को अब भ्रष्टाचार से जोड़ा जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के शामली में भी बीते मार्च में ऐसी ही लापरवाही सामने आई थी. यहां 3 महिलाओं को कोरोना की जगह एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगा दिया. इनमें से 70 साल की एक महिला की तबीयत खराब होने पर मामले का खुलासा हुआ. तीनों महिलाओं की उम्र 60 साल से ज्यादा थी.