महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में और आसपास के इलाको में बारिश लगातार जारी है. भारतीय मौसम विभाग ने अगले शुक्रवार तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. विभाग में अपने 5 दिन के पूर्वानुमान में बताया है कि मुंबई और ठाणे में शुक्रवार तक बहुत भारी बारिश हो सकती है. हालात को देखते हुए कई जगहों पर एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रशासन को सतर्क रहने और एहतियाती उपाय करने के निर्देश दिए हैं. नदियों के जलस्तर पर नजर रखने को भी कहा गया है. मुंबई में सोमवार शाम को भी मूसलाधार बारिश हुई. इसकी वजह से कई इलाके जलमग्न हो गए.
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि सीएम ने रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों के कलक्टरों को भी एहतियाती उपाय करने के लिए कहा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए कई इलाकों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं. मुंबई के अलावा नागपुर, चिपलून, रत्नागिरी, महाड और रायगढ़ में भी एनडीआरएफ की टीमें लगा दी गई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह 8.30 से शाम 8.30 बजे तक कोलाबा ऑब्जर्वेटरी ने 66.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की, जबकि सांताक्रूज में 40.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई. नजदीकी ठाणे और नवी मुंबई में भी कुछ समय के लिए भारी बारिश हुई. रात को भी बारिश होती रही. सुबह जब लोग सोकर उठे तो कई इलाके पानी से लबालब नजर आए.
रिपोर्ट के अनुसार,अगले पांच दिन के लिए भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किए जाने के बाद महाराष्ट्र के कोंकण में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की दो टीमों को तैनात किया गया है.
भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग की ओर से चार जुलाई से आठ जुलाई के बीच अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गयी है. आइएमडी ने रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मुंबई और ठाणे जिलों के लिए अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश के आसार नजर आ रहे हैं. मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग की ओर से दो दिनों के लिए महाराष्ट्र के पालघर जिले के लिए येलो अलर्ट और उसके बाद तीन दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. महाराष्ट्र में एनडीआरएफ की आठ टीमें तैनात की गयी है, इनमें से एक-एक टीम नागपुर, चिपलून और महाड में तैनात है, जबकि बाकी पांच टीमें मुंबई में तैनात की गईं हैं. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि इन टीमों को स्थानीय प्रशासन के परामर्श से उपरोक्त स्थानों पर तैनात किया गया है.