नई दिल्ली, 15 मार्च । केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान आज (बुधवार) लोकसभा में विपक्ष के हंगामा कर रहे सदस्यों को निलंबित करने की मांग की। सदन में पक्ष-विपक्ष की तकरार के चलते हैं हंगामा हुआ। इसके बाद कार्यवाही 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। ऐसी ही स्थिति राज्यसभा की भी रही जहां आवश्यक कार्य प्रक्रिया के बाद कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा अध्यक्ष ने इस दौरान संसद को आस्था का केंद्र और लोकतंत्र का मंदिर बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी सांसद को सदन के भीतर या बाहर इसकी आलोचना नहीं करनी चाहिए। साथ ही अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों के सदन के बीचों बीच आकर तख्तियां दिखाने के व्यवहार की भी आलोचना की।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में राहुल गांधी की विदेश में की गई टिप्पणियों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अपनी इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगनी चाहिए। सदन की कार्यवाही की शुरुआत के दौरान ही विपक्षी सदस्य सदन के बीचोंबीच पहुंचकर हंगामा करने लगे। यह सदस्य अडाणी हिंडनबर्ग मामले में संयुक्त संसदीय दल (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे थे।
राज्यसभा में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने जैसे ही अपनी बात रखनी चाही विपक्ष ने भी हंगामा शुरू कर दिया। हंगामें को देखते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।