नई दिल्ली, 17 जून । नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नया नामकरण करने पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है। कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ ने इस प्रयास को भाजपा पर छोटी मानसिकता बताते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू का नाम बोर्ड से हटाने से उनका व्यक्तित्व कम नहीं हो जाएगा। देश के लोग नेहरू जी को आधुनिक भारत का निर्माता मानते हैं। भाजपा सरकार देश के सामने अपनी ओछी मानसिकता का प्रदर्शन कर रही है।
वहीं भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस एक परिवार से परे नहीं देख सकती है। यह एक फैमिली लिमिटेड कंपनी, एक फैमिली लिमिटेड एंटरप्राइज है। अगर प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, इंद्र कुमार गुजराल, चरण सिंह, चंद्रशेखर और अन्य को सम्मान दिया जाता है, जिन्होंने इस देश के लिए योगदान दिया है तो इसमें क्या गलत है।
वहीं, भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने संग्रहालय में जवाहरलाल नेहरू योगदान को ठीक से प्रदर्शित नहीं किया। संग्रहालय में उनके कुछ दस्तावेज और कुर्सियां रखी गईं, लेकिन अब यह बहुत अच्छी तरह से प्रदर्शित किया गया है। पहले यह केवल जवाहरलाल नेहरू पर केंद्रित था लेकिन अब सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को दिखाया गया है और इसलिए अब इसका नाम केवल जवाहरलाल नेहरू के नाम पर नहीं हो सकता है।